त्याग की महिमा

  • Dec 23, 2019

किसी ने बड़ी कमाल की बात कही है कि आवाज़ ऊंची हो तो कुछ लोग सुनते हैं लेकिन अगर बात ऊंची हो तो बहुत सारे लोग सुनते हैं

यह कहानी एक 24 साल के लड़के की है, जो सेठ के यहां पर नौकरी करता था... उसके मां- बाप इस दुनिया में नहीं थे...  जिंदगी बड़ी परेशानी में चल रही थी...  वह जाता था रोजाना, पैसे कमाकर के घर आता था, खाना बनाता था, खाता था और थक के सो जाता था. एक दिन उसने गौर किया कि उसने चार चपाती और सब्जी बनाई थी...  हाथ मुँह धो कर वापस आया, तब तक तीन ही बची थी... दूसरे दिन भी यही हुआ... तीसरे दिन उसने ध्यान रखा और आखिरकार एक चूहे को पकड़ लिया, जो चपाती लेकर जा रहा था... चूहे ने कहा- भैया मेरी किस्मत का क्यों खा रहे हो?  मेरी चपाती तो मुझे ले जाने दो... तो लड़के ने कहा- बेटा मेरे पास में ज्यादा पैसा नहीं है... मैंने सिर्फ चार ही चपाती बनायीं है, उसमें से भी एक तुम ले जा रहे हो... मैं क्या करूंगा? मेरी जिंदगी ने मुझे बेहाल कर रखा है... तो चूहे ने कहा- तुम्हारे सारे सवालों के जवाब तुम्हें एक इंसान दे सकता है. लड़के ने पूछा कि कौन है? तो  चूहे ने कहा- गौतम बुद्ध है. उनके आश्रम में जाकर, उनसे अपनी जिंदगी के बारे में पूछो, वह तुम्हें रास्ता बताएंगे कि करना क्या है... लड़के ने चूहे की बात मान ली और गौतम बुद्धसे मिलने के लिए चल पड़ा। सेठ से छुट्टी ले ली पांच दिन की... रास्ता लंबा था, रात हो गई. इस लड़के को पहले कुछ दिखाई नहीं दे रहा था, पर थोड़ी देर बाद दूर एक हवेली दिखाई दी... 


लड़के ने सोचा, क्यों न हवेली में जाकर मदद मांगी जाए... वहां पहुंचकर जब उसने मदद मांगी, तो हवेली की मालकिन ने पूछा-  बेटा कहां जा रहे हो?  तो लड़के ने कहा कि गौतम बुद्ध के आश्रम जा रहा हूं... मालकिन ने कहा कि वाह बेटा! बहुत बढ़िया जगह जा रहे हो... गौतम बुद्ध से हमारे एक सवाल का जवाब लेकर के आना... मेरी 20 साल की बेटी है जो 20 सालों से एक शब्द नहीं बोल पायी है... बस उनसे पूछ लेना कि यह बेटी कब बोलेगी? ऐसा बोलते बोलते मालकिन की आंखों में आंसू आ गए... लड़के ने कहा- माताजी परेशान मत हो... मैं जाऊंगा, और आपके सवाल का जवाब जरूर लेकर आऊंगा।
लड़का अगले दिन चल पड़ा।  रास्ता बहुत ज्यादा लंबा था...  रास्ते में उसे बड़े-बड़े पहाड़ मिले, ऊंचे ऊंचे पहाड़ बर्फ वाले पहाड़।। उसे समझ नहीं आता कि कैसे पार करूंगा, ऐसे तो बड़ी देर हो जाएगी। तभी उसे एक जादूगर दिखाई दिया जो वहां बैठकर तपस्या कर रहा था... लड़का जादूगर के पास गया और बोला कि मुझे गौतम बुद्ध से मिलने के लिए जाना है... रास्ता तो बहुत ही परेशानी वाला लग रहा है....मैं  कैसे इसे पार करूँगा? जादूगर ने कहा कि गौतम बुद्ध से मिलने जा रहे हो? मेरे एक सवाल का जवाब लेकर आओ, तो तुम्हें पहाड़ फटाफट से पार करवा दूंगा। लड़के ने पूछा- आपका सवाल बताओ?  तो जादूगर ने कहा- हजार सालों से यहां पर इसी पहाड़ पर तपस्या कर रहा हूं स्वर्ग जाने के लिए.... मुझे समझ नहीं आ रहा कि स्वर्ग कब जाऊंगा? लड़के ने कहा- ठीक है... आपके सवाल का जवाब लेकर आऊंगा... जादूगर ने छड़ी घुमाई और लड़के को पहाड़ पार कर दिया। 
अब मैदानी इलाका आ गया, जहां एक बड़ी सी नदी थी... लड़के के सामने फिर से समस्या थी कि अब यह नदी कैसे पार करें?  तभी उसे वहां पर एक बड़ा से कछुआ दिखाई दिया। लड़के ने कछुए से मदद मांगी कि आपकी पीठ पर बैठक के मुझे नदी पार करवा दीजिए। कछुए ने कहा- ठीक है. जब नदी पार कर रहे थे तो कछुए ने पूछा- कहाँ जा रहे हो? लड़के ने कहा- गौतम बुद्ध से मिलने जा रहा हूं...कछुए ने कहा- बड़ी अच्छी जगह जा रहे हो... एक काम करना, मेरे सवाल का जवाब ले आना...  तो लड़के ने कहा कि आपका भी सवाल बताइए?  कछुए ने अपना सवाल बताया कि मैं बड़े टाइम से 500 सालों से इसी नदी में नदी में हूं और ड्रैगन बनने की कोशिश कर रहा हूं... ड्रैगन कब बनूँगा, बस यही पूछके आ जाना। लड़के का ठीक है. 
लड़का आखिरकार जब आश्रम में पहुंचा, तो वहां गौतम बुद्ध का प्रवचन चल रहा था... प्रवचन खत्म हुआ, और गौतम बुद्ध ने कहा कि हर कोई मुझसे सवाल पूछ सकता है, लेकिन सिर्फ तीन सवालों के जवाब दिए जाएंगे। अब लड़के के सामने समस्या थी कि किसका सवाल छोड़े और किसका पूछे? लड़के ने सोचना शुरू किया। सबसे पहले हवेली की मालकिन नजर में आई, तो उसे लगा कि वह तो अपनी बेटी का इलाज करवाना चाह रही है... उनकी बेटी बोल नहीं रही है... उनकी आंखों में आंसू थे... उनका सवाल पूछना जरूरी है... दूसरी जो तस्वीर उसके दिमाग आयी, वो थी जादूगर की....वो हजार साल से बर्फ के पहाड़ में तपस्या कर रहा है... तीसरी तस्वीर आई कछुए की, जो 500 साल से नदी में ड्रैगन बनना चाह रहे हैं... फिर लड़के को अपनी तस्वीर नजर आई जो सेठ के यहां पर नौकरी कर रहा है... 
लड़के ने सोचा कि मैं तो नौकरी कर ही रहा हूं, खाना खा ही रहा हूं, ठीक चल ही रहा है... थोड़ी और मेहनत करूंगा, तो कुछ न कुछ तो बदल ही लूंगा... फिलहाल इन तीन लोगों की जिंदगी में बदलाव लाना जरूरी है... इन तीन के सवाल पूछना जरूरी है... 
गौतम बुद्ध ने जवाब दिया सबसे पहले हवेली की मालकिन के सवाल का...  उन्होंने कहा कि उसे मालकिन की जो बेटी है 20 साल की, उसकी जैसे ही शादी होगी, वह लड़की बोलना शुरू कर देगी। दूसरे सवाल का जवाब देते हुए गौतम बुद्ध ने कहा कि जो जादूगर है, उससे कहना कि वह छड़ी छोड़ दे... जिस दिन उसने छड़ी का त्याग कर दिया, वह स्वर्ग चला जाएगा। तीसरा सवाल था कछुए का... जिसपर गौतम बुद्ध ने कहा- कछुए से कहना कि अपना कवच उतार दे जिस दिन उसने कवच उतार दिया उसे दिन वह ड्रैगन बन जाएगा। लड़के ने प्रणाम किया और वापिस उसी रास्ते पर चल पड़ा। रास्ते में कछुआ मिला। कछुए से कहा- कि भैया कवच उतार दो,  गौतम बुद्ध ने कहा है तुम ड्रैगन बन जाओगे। कछुए जैसी कवच उतारा, मोती ही मोती निकल आये... कछुए ने कहा, की भैया मोती का मैं क्या करूंगा? इन्हे आप ले जाओ... लड़का मोती लेकर थोड़ा आगे चला, तो जादूगर मिला। लड़के ने जादूगर को जा के कहा- भैया आपको छड़ी छोड़नी पड़ेगी तभी आप स्वर्ग जा पाओगे। जादूगर ने यह कहकर छड़ी छोड़ दी, की ये छड़ी तुम रख लो... मैं स्वर्ग चला जाऊंगा। जादूगर स्वर्ग चला गया... 
लड़का मोती और छड़ी लेकर हवेली पहुंचा, और मालकिन से जाकर बोला- आपका जो सवाल था उसको जवाब मिल गया है... आपकी 20 साल की बेटी की जिस दिन शादी हो जाएगी, वो उसी दिन से बोलना शुरू कर देगी। मालकिन ने कहा- क्या बात है... तो देर कैसी? मेरे सामने तो दूल्हा बैठा है... तुमसे बढ़िया लड़का कौन हो सकता है? लड़की को बुलाया गया, लड़के ने लड़की को देखा, और दोनों की शादी कर दी गयी... पहली बात लड़की ने कही- की आप तो वही हो न, जो उस दिन हमारे यहाँ रात में आकर के रुके थे? 
अब लड़के के पास मोतियों की वजह से धन-दौलत थी, छड़ी की वजह से ताकत थी, और एक सुन्दर पत्नी थी... यानी की सुखी जीवन... ये सब सिर्फ इसलिए, क्यूंकि लड़के ने अपने सवाल का त्याग किया था... 
इस दुनिया में जो जहाज होता है, जब किनारे पर होता है तो सुरक्षित होता है... लेकिन उसे दूसरे किनारे पर जाने के लिए इस किनारे का त्याग करना पड़ता है... लहरों से भिड़ना पड़ता है, मुकाबला करना पड़ता है... इस लड़के ने जब तक अपना सवाल नहीं छोड़ा था, इसको जवाब नहीं मिले थे...  यह छोटी सी कहानी लाइफ में बहुत बड़ी बात सिखाती है... अगर आप कुछ कमाल करना चाहते हैं तो त्याग कीजिए।  अपनी बुरी आदतों का, आलस्य का...  सुबह जल्दी उठना शुरू कीजिए। अपनी लाइफ में जो बेड हैबिट से उन्हें हटाइये... तभी जाकर आप कमाल कर पाएंगे। 

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