चुनौती और सकारात्मकता

  • Apr 26, 2021

पानी में गिरने से इंसान की मृत्यु नहीं होती, इंसान की मृत्यु तब होती है जब उसे तैरना नहीं आता… परिस्थितियां  कभी भी समस्या नहीं बनती, समस्या तब बनती हैं जब उनसे निपटना नहीं आता… 

एक दिव्यांग राजा के राज्य में कहीं कोई समस्या नहीं थी…  सब लोग खुश थे, ऊपर वाले को धन्यवाद करते थे…  कितने अच्छे राजा साहब आपने हमारी जिंदगी में भेजें… और राजा दिव्यांग था, उसकी एक आंख नहीं थी… एक पैर नहीं था...  लेकिन राजा को इस बात का कोई मलाल नहीं था... एक दिन राजा अपने महल के गलियारे में घूम रहा था, और शानदार पेंटिंग्स को देख रहा था...  वो शानदार पेंटिंग्स उसके पूर्वजों की थी... उन पेंटिंग्स को देखते-देखते, निहारते हुए राजा सोच रहा था कि कितने शूरवीर खानदान में मुझे जन्म लेने का मौका मिला। ऊपर वाले का धन्यवाद है, मेरे पिताजी इतने शूरवीर थे, उनके पिताजी इतने शूरवीर थे... वह देखा चला जा रहा था. और जब आखिरी पेंटिंग को देखा, और उसके बाद में खाली जगह को देखा, तो चिंता में पड़ गया... उसे मालूम था कि अब यहां पर जो पेंटिंग लगेगी वह उसकी लगेगी। इस बात की चिंता नहीं थी कि वह मर जाएगा, मरना तो सबको है... चिंता इस बात की थी, कि वहां जो पेंटिंग लगेगी वह कैसी लगेगी? राजा सोने लगा कि मेरी एक आंख नहीं है... पैर नहीं है... इस गलियारे में इतनी शानदार पेंटिंग्स लगी है...  मेरी वाली सबसे खराब लगेगी। राजा ने सोचा कि मेरे मरने के बाद में न जाने कैसी पेंटिंग बने, एक काम करता हूं मैं जिंदा हूं इसी बीच में एक शानदार सी पेंटिंग बनवा लेता हूं, ताकि कम से कम यह तो सुकून रहे कि मेरी अच्छी पेंटिंग लगेगी। तो उसे राज्य में एलान करवा दिया, पंटर्स को न्यौता दे दिया गया कि आप आएं, और राजा साहब की तस्वीर बनाए। शानदार तस्वीर बनाएंगे शानदार इनाम मिलेगा। सभी पैन्टेर्स को मालूम था की तस्वीर शानदार बनेगी, तो शानदार इनाम मिलेगा। लेकिन शानदार बनेगी कैसे? राजा की एक आंख नहीं, एक पैर नहीं है... ऐसे राजा की क्या तस्वीर बनेगी? और पेंटर सोच रहे थे कि नाम की बात छोड़िए, अगर खराब बन गई, राजा गुस्सा हो गया तो सजा मिलेगी। इसलिए बड़े-बड़े चित्रकार भी आगे नहीं आए... तभी एक लड़का था, उसने बोला कि राजा साहब मैं आपकी पेंटिंग बनाना चाहता हूं, मुझे 24 घंटे का वक्त दीजिए। बड़े-बड़े पेंटर आश्चर्य में पड़ गए, कि लड़का क्या चाहता है? मतलब फांसी पर लटकाना चाहता है? राजा को गुस्सा दिलाना चाहता है? क्या पेंटिंग बनाएगा?  पर राजा को भरोसा था, उसने बोला कि ठीक है आप बना करके लाइए।


अगले दिन वह लड़का पेंटिंग बनाकर के लाना लाने वाला था, दरबार भर चुका था...  दूर-दूर से लोग आए हुए थे देखने के लिए, की वो लड़का क्या पेंटिंग बना करके लाएगा। लड़का जब वह पेंटिंग बना कर लाया, तो हर कोई ताली बजाने लगा, सीटी बजाने लगा... राजा ने जब वह पेंटिंग देखी, तो खुश हो गया...  राजा ने सोचा कि मतलब इससे अच्छी पेंटिंग तो उसे गलियारे में नहीं है...  यह अब तक की सर्वश्रेष्ठ है... राजा ने उसे लड़के को बड़ा इनाम दिया। आप सोच रहे होंगे लड़के ने उसे राजा की, जिसके एक आंख नहीं थी, एक पैर नहीं था, उसकी क्या पेंटिंग बनाई होगी? उस लड़के ने राजा को एक घोड़े पर सवार दिखाया। साइड से वह तस्वीर थी, जिसमें एक पैर दिख रहा था, राजा तीरंदाजी कर रहा था... और जब निशाना साध रहा था तो एक आंख बंद हो जाती है, एक आंख बंद थी...  वही वाली आंख बंद थी जो राजा की नहीं थी... तो इस तरीके से लड़के ने एक आंख बंद कर दी... इतनी कमाल की पेंटिंग बनी, कि वह अब तक की सर्वश्रेष्ठ थी... उस लड़के के सामने भी चुनौती थी, लेकिन उसने सकारात्मकता का साथ नहीं छोड़ा। जिंदगी में चाहे जो संकट आ जाए, एक वैक्सीन की डोज हमेशा लगा करके चलिएगा... इसे पॉजिटिविटी की वैक्सीन कहते हैं...  और इसकी डोज रोजाना लगानी जरूरी है...  जिंदगी में चाहे जिस मुकाम पर आप हो, अगर आपने पॉजिटिविटी की वैक्सीन लगा रखी है, तो यकीन मानिये, आप उस संकट से बाहर निकल आएंगे। 

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