कुछ भी नामुमकिन नहीं है

  • Aug 17, 2018

कोई छोटे सपने देखता है, कोई बड़े सपने देखता है... जो लोग बड़े सपने देखते हैं, लोग उनका मजाक उड़ाते हैं कि तुम्हारे बस में ही नहीं है.... अगर आप भी उनमें से हैं, जो बड़े सपने देखते हैं, और लोग आपका मजाक उड़ाते हैं... तो यह कहानी आपके लिए है... 

एक बार की बात है, एक बच्चा सरकारी स्कूल में पढ़ाई किया करता था और उसके पापा एक अमीर सेठ के यहां नौकर थे... बच्चा पापा के साथ कभी-कभी जाता था... देखता था कि पापा क्या काम करते हैं? तो पापा बड़ी-बड़ी लग्जरी कार की साफ सफाई किया करते थे... जहाँ वो गाड़ियों के साफ सफाई करते थे, वो बंगला बहुत बड़ा था... कई नौकर चाकर वहां थे... उस बच्चे को लगता था कि एक दिन ऐसा आए, जब मेरे पापा इन गाड़ियों की सफाई ना करें। बल्कि इन कार में बैठे।


एक दिन उनके स्कूल में टीचर ने कहा कि सब बच्चों को अपने सपने पर निबंध लिखकर लाना है... सबने अपने सपनो के बारे में लिखा... और अगले दिन पहुंच कर कॉपी सबमिट करवाई। टीचर ने जब रिजल्ट अनाउंस किया तो हर बच्चे को पास किया, बढ़िया नंबर दिए... पर इस बच्चे को फेल कर दिया। बच्चे को समझ नहीं आया कि आखिर हुआ क्या? उसने टीचर के पास जाकर कहा- कि सर मुझसे क्या खता हुई? मैं पास क्यों नहीं हो पाया? तो टीचर ने कहा- कि तुम अपने बस का कुछ लिखते, ऐसा लिखते जो कुछ हो सकता है, तो शायद तुम पास हो जाते... पर तुमने वह चीज लिख दी, जो हो ही नहीं सकती। मतलब तुम खुद की हालत देखो, तुम लिख रहे हो तुम्हारे पास लग्जरी कार्स होंगे, इतना बड़ा घर होगा, कारोबार होगा... पर दोबारा से सोचो! कुछ अपने बस का लिखकर लाओ, मैं तुम्हें पास कर दूंगा।
बच्चे ने शाम में घर पहुंचकर बहुत सोचा, पर कुछ समझ नहीं आया... रात में सोते-सोते सोचा, पर समझ नहीं आया... उसकी आँखों में तो वही सपना चल रहा था, की बड़ी-बड़ी गाड़ियां होगी। पापा उन गाड़ियों में बैठेंगे। इतना बड़ा हमारा घर होगा। बच्चे ने ठान लिया... सर आपको फेल करना है तो आप कर दो! मैं नहीं अपना सपना बदलूंगा। मेरा सपना यही रहेगा। टीचर ने कहा- जो मर्जी। और उस बच्चे को फेल कर दिया।
बहुत सालों के बाद एक ऑडिटोरियम में एक बंदा अपनी सक्सेस की कहानी सुना रहा था, और यही टीचर जब उनकी उम्र ढल चुकी थी, नीचे बैठे हुए थे... बंदा अपनी स्पीच खत्म करके नीचे आया और उन टीचर के पैर छू कर कहा- सर! मैं वही बच्चा हूं... जिसको आपने अपना सपना लिखने पर फेल कर दिया था... 
यह छोटी सी कहानी हमें बताती है कि जिंदगी में कुछ भी इंपॉसिबल नहीं है...  बशर्तें आप बड़ा सपना देखे। मैंने एक दिन सपना देखा, कि मुझे इस दुनिया के सबसे खूबसूरत शहर लंदन में जाना है... और 1 नवंबर 2017 की तारीख थी, मैं लंदन में था...  जिंदगी में कुछ भी इंपॉसिबल नहीं है... इसीलिए बड़े सपने देखिए।

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